द गर्ल इन रूम 105
करने को कहा। दरअसल, उन्होंने तो एक बार मुझे आपकी मिसाल भी दी थी।" "मेरी मिसाल'
"उन्होंने कहा था- देखो सिकंदर, केशव के मामले में मैंने अपने दिल की आवाज़ सुनी थी, लेकिन मुझे ये मालूम नहीं था कि केवल प्रैक्टिकल लाइफ़ ही मायने रखती है। मैं केशव के साथ कहीं नहीं जा पा रही थी।
आखिरकार मुझे रघु के रूप में एक प्रैक्टिकल फैसला लेना पड़ा।'
'प्रैक्टिकल'
"मैं भी इस बात को ठीक से समझ नहीं पाया था। उन्होंने कहा कि अब वे रघु से बहुत प्यार करने लगी थी, लेकिन उसे चुनने का फ़ैसला प्रैक्टिकल वजहों से लिया गया था। क्योंकि उसकी फैमिली को जारा ने कोई दिक्कत "जारा ने तुमसे ऐसा क्यों कहा?"
नहीं थी।'
"मुझे ये समझाने के लिए कि कभी-कभी दिल की सुनने से हम गलती कर बैठते हैं। तहरीक से मेरा दिल जुड़ा था, जबकि वो चाहती थीं कि मैं अपने दिमाग़ का इस्तेमाल करते हुए प्रैक्टिकल फ़ैसला लूं और कोई नौकरी
कर लूं।"
'ओह्,' मैंने कहा। तो मैं जारा की एक गलती था, जो उसने अपने दिल की आवाज सुनकर की थी। फिर भी मुझे यह सुनकर खुशी ही हुई कि मैं जारा के दिल की पसंद था, प्रैक्टिकल पसंद नहीं।
'ठीक है, सौरभ ने कहा 'तुम हमें और कोई काम की बात बताना चाहोगे?' "इसके अलावा कुछ नहीं। मैंने यह सब भी आज तक किसी को नहीं बताया था। अब मैं जा सकता हूँ?"
मैंने सिर हिलाकर हामी भरी। सिकंदर उठ खड़ा हुआ।
'सॉरी, एक और सवाल, सौरभ ने कहा ।। "क्या?"
"जारा के साथ सेल्फ़ी। वो कब ली गई थी?"
"जारा आपा दिल्ली में मुझसे मिलने आई थीं।" "उस तस्वीर में तुम्हारे हाथ में मशीन गन क्यों बीट
नई भर्तियों को हम सिखाते हैं कि गन का इस्तेमाल कैसे किया जाए।
'बैठ जाओ, सिकंदर, मैंने कहा। "क्यों?"
"तुम्हें क्या लगता है, हम बेवकूफ हैं?"
"क्या हुआ?"
'तुमने कहा कि तुमने जारा को बताया तुमने तेहरीक़ छोड़ दिया है।' "हां"
'तो फिर जब वो तुमसे दिल्ली मिलने आती है तो तुम्हारे हाथ में मशीन गन होने के बावजूद तुम्हारे साथ मुस्कराते हुए फ़ोटो क्यों खिंचवाती है?"
'अब मुझे चलना चाहिए।'
"तुमने ये भी कहा था कि यह एक मनहूस जगह है, क्यों?" सौरभ ने कहा।
सिकंदर अपना सिर पकड़कर बैठ गया। 'मेरा सिर ज़ोरों से दर्द करने लगा है।"
"लेकिन हमारी बात अभी पूरी नहीं हुई, और मेरा मानना है कि तुम पुलिस के बजाय हम लोगों से बात करना ज्यादा पसंद करोगे।'
'अभी मुझे आराम करने की ज़रूरत है। क्या हम बाद में बात कर सकते हैं?"
"कब? कल?"
उसने हामी भर दी। 'ठीक है, कल मुझे फोन लगा लेना, सिकंदर ने कहा और बाहर चला गया।